अंतर्मन

शायरी करना तो शायरों का काम है , हम तो बस यूंही अरमां बयां करते हैं !!

अजनबी

सफर अंजाना
जिंदगी का ..
मिल जाता है कभी
साथ अजनबी का ..
दिल में हर वक़्त
ख्याल किसी का ...
कितना कुछ किया
अपना, अजनबी का ...
हो अगर रास्ता कठिन 
जिंदगी का ..
कर भरोसा बात का, 
उसकी बंदगी का ..
आपस में समझ है
वायदा ज़िन्दगी का ..
गम ना कर उसके लिये
अगर टूटे क़ायदा 
जिंदगी का ...
जब से मिला है ये 
साथ अजनबी का ..
सच हुआ अपना, हर
सपना जिंदगी का ...

शैल 
१०/१३ 

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