अंतर्मन

शायरी करना तो शायरों का काम है , हम तो बस यूंही अरमां बयां करते हैं !!

लव के लिए साला कुछ भी करता है ...

लड़ता है , मरता है,
सबसे झगड़ता है
लव के लिए साला कुछ भी करता है ...


क्या सही , क्या गलत ,
क्या सच , क्या झूठ ,
उसको पाने के खातिर ,
सब कुछ चलता है ,
लव के लिए साला कुछ भी करता है ..


उसकी ख़ुशी के लिए ,
अपने गम को चुनता है ,
दूर होने पर भी,
पास होने का एहसास करता है
किसी भी सूरत में ,
उसको खोने से डरता है
लव के लिए साला कुछ भी करता है ..


सुना है जोड़ियाँ ,
आसमानों में बनती हैं ,
पर ये फैसला कहाँ
कोई आशिक सुनता है , और
लव के लिए साला कुछ भी करता है ...


लोग पागल कहते हैं ,
दीवाना बुलाते हैं ,
उसकी ये हालत केवल ,
वही समझता है ,
जो किसी से प्यार करता है ,
वो जानता है , क्यूँ ये ,
लव के लिए साला कुछ भी करता है ...


प्यार के बदले प्यार मिले ,
एसा सबका नसीब कहाँ ,
कुछ नहीं तो , दर्द - ए - दिल ,
ज़रूर दे जाता है .
हर कोई , ये सब ,
हमेशा से जानता है ,
फिर भी प्यार करता है , और
लव के लिए साला कुछ भी करता है ...


मिलना , न मिलना ,
लव का अंत नहीं है .
मिल गए तो ,
खुशियाँ ही खुशियाँ हैं .
न भी मिले तो ,
आँखें भले ही नम हों ,
प्यार कम नहीं करता है ,
लव के लिए साला कुछ भी करता है ...

- शैल
१० - मई - २०११  

ज़माना मुझसे नाराज़ हो गया है !!!

ज़माना मुझसे नाराज़ हो गया है
अब उसे मेरी हर बात पर
नुक्स नज़र आ रहा है

जब मैंने अपनी ज़िन्दगी की
मुश्किलातों को ख़त्म करने की खातिर
ज़माने के कायदों को तोड़ दिया
ज़माना मुझसे नाराज़ हो गया है ..
पहले जब ज़िन्दगी दुश्वार थी
ज़माना अपनी खुशियों में मशगूल था
मेरे वास्ते सोचने को वक़्त नहीं था
लेकिन आज जब मैंने कोई राह न पाकर अपनी राह बनाई है
तब में पूछता हूँ , क्यूं
ज़माना मुझसे नाराज़ हो गया है !!!!

खुदगर्जी

जीवन  की  मुश्किल  दौड़  में ,
कश्मकश  में ,
कुछ  पाने  की  होड़  में ,
हम  बस  भागते  रहते  हैं ,
रात  भर  जागते  रहते  हैं ,
ख़ुशी  की  तलाश  में ,
ख्वाहिशों  में ,
किसी  के  इंतज़ार  में ,
ना चाहते  हुए  भी ,
हम  बस  बदलते  जाते  हैं ,
खुदगर्ज़  बनते  जाते  हैं  ..
हमारी  दुआओं  में ,
वफाओं  में ,
खुद की सजाओं  में ,
कोई  कमी  न  रह  जाये ,
कि खुदगर्जी  के  आलम  में ,
कोई  न  हमारे  साथ  हो ,
क्यूंकि  मोड़  सभी  को  आते  हैं ,
कुछ  ख़ुशी  से  बदलते  हैं ,
और  कुछ  बदल  दिए  जाते  हैं !!!

- शैल
२५ - मार्च