अंतर्मन

शायरी करना तो शायरों का काम है , हम तो बस यूंही अरमां बयां करते हैं !!

तेरा होना

तेरा होना , प्यार की बहार है 
न होना, ग़म - ए - बेशुमार है 

तेरा होना, ख़ुशी की वजह है 
न होना, दर्द - ए - जिरह है 

तेरा होना, मेरा कल, आज और कल है 
न होना, दाँव - ए - ज़िन्दगी असफ़ल है 

तेरा होना, आगे बढ़ने की चाहत है 
न होना, रंज - ओ - ग़म की आहट  है 

तेरा होना, सूरज के समान है 
न होना, बिन रोशनी जहांन है 

तेरा होना, दुःख में राहत है 
न होना, सुख  पाने की चाहत है 

तेरा होना, सुकून - ए - दिल है 
न होना, हालाते - ए - मुश्किल है 

तेरा होना, मेरा घर - संसार है 
न होना, मेरी सोच के उस पार है।।

शैल - मार्च '१३