अधूरे शब्द अधूरी सोच
पूरे होने का उनको
कबसे है इंतज़ार ,
मन की गहराईयों में
दबे हैं कहीं
कितने तनहा बेबस लाचार ,
कब होंगे पूरे
वो ख्यालों के मकां अधूरे
क्या होगा उनका
जानने को बेकरार ,
जीवन की रफ़्तार में
दूसरे के लिए वक़्त नहीं
तब इस सोच के बारे में
सोचकर क्यूँ वक़्त करें बेकार ,
इसी सोच के कारण शायद
अभी तक है अधूरी
ये सोच ,
ज़रा सोचो और करो विचार !!
शैल
अक्टूबर' १५
पूरे होने का उनको
कबसे है इंतज़ार ,
मन की गहराईयों में
दबे हैं कहीं
कितने तनहा बेबस लाचार ,
कब होंगे पूरे
वो ख्यालों के मकां अधूरे
क्या होगा उनका
जानने को बेकरार ,
जीवन की रफ़्तार में
दूसरे के लिए वक़्त नहीं
तब इस सोच के बारे में
सोचकर क्यूँ वक़्त करें बेकार ,
इसी सोच के कारण शायद
अभी तक है अधूरी
ये सोच ,
ज़रा सोचो और करो विचार !!
शैल
अक्टूबर' १५
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