जाने किस मंजिल की तलाश में , जिए जा रहा हूँ .
कहीं तो होगी वो , एईसी आशा , किया जा रहा हूँ .
जिए जा रहा हूँ .........................
सोचता हूँ , की काश वो मंज़र आये .
मेरी मंजिल मुझे नज़र आये .
चलूँ , फिर दूर तक , उसे पाने को .
इसमें ही , पूरी ज़िन्दगी गुज़र जाये ..
कहीं तो होगी वो , एईसी आशा , किया जा रहा हूँ .
जिए जा रहा हूँ .........................
सोचता हूँ , की काश वो मंज़र आये .
मेरी मंजिल मुझे नज़र आये .
चलूँ , फिर दूर तक , उसे पाने को .
इसमें ही , पूरी ज़िन्दगी गुज़र जाये ..
- Shail and Abhi
2008-2009
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